Software क्या है? सॉफ्टवेयर कैसे बनाये | पूरी जानकारी हिंदी में
Software क्या है? इसे कैसे बनाते हैं और Software के प्रकार क्या है
नमस्कार दोस्तों स्वागत है आप सभी का आज के इस लेख में, साथियो आज की इस पोस्ट में आप जानेंगे कि Software क्या है? एवं सॉफ्टवेयर कैसे बनाये पूरी जानकारी तो चलिए दोस्तों शुरू करते हैं। Software एक ऐसा चीज है जिसके बारे में हर स्मार्ट फोन एवं कंप्यूटर यूजर जानता है क्योंकि जो भी व्यक्ति कंप्यूटर एवं स्मार्ट फोन का उपयोग करते हैं वो लोग सॉफ्टवेयर के बारे में पहले से ही जानते हैं।
लेकिन हमारे भारत देश के अन्दर कुछ ऐसे भी लोग हैं जो सॉफ्टवेयर के बारे में कुछ नहीं जानते हैं तो ऐसे में आप सभी लोगों को टेंसन करने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है क्योंकि आज मैं आप सभी लोगों को इस आर्टिकल के माध्यम से Software क्या है के बारे में विस्तार के साथ स्टेप बाय स्टेप समझाने वाला हूँ।
दोस्तो कुछ ही सालों की बात है जहां पर हमारे देश के लोग पहले कंप्यूटर के बारे में नहीं जानते थे लेकिन अब ऐसा समय आ गया है कि आज के दौर का मानव अब कंप्यूटर के बारे में भली भांति जानने लगा है और समझने लगा है।
ठीक उसी प्रकार सॉफ्टवेयर की बात है जहाँ पर इसके बारे में कुछ लोग पहले से परिचित हैं और कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनको इसके बारे में कुछ भी पता नही है तो यह बिल्कुल पहले की तरह ही है परंतु इन सब से पहले मैं आपको बता दूं कि जब हम लोग कंप्यूटर के बारे में नहीं जानते थे तो हमारी जिंदगी अलग प्रकार थी।
लेकिन जब हम सब की जिंदगी में कंप्यूटर आया तो उन कंप्यूटर ने हम सब की जिंदगी को पूरी तरह से बदल कर रख दिया है अगर हमें कुछ चीज के बारे में जानकारी प्राप्त करनी होना तो हम सीधे कंप्यूटर की तरफ देखते थे।
आज के समय में जितना ज्यादा कंप्यूटर का इस्तमाल नहीं किया जा रहा है जितना की मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया जा रहा है जो कि हम सब को देखने को मिल रहा है कि आज के दौर मे हर एक व्यक्ति के पास एक स्मार्ट फोन होता है।
मोबाइल फोन की वजह से हम सब की जिंदगी और भी ज्यादा सरल एवं आसान हो गई है लेकिन अगर आप मोबाइल फोन या फिर कंप्यूटर का इस्तमाल कर रहे हैं तो आप लोगों को Software क्या है के बारे में जरूर जानकारी रखनी चाहिए जो कि हर उस Smart Phone या कंप्यूटर यूजर्स के लिए इसकी जानकारी बहुत ही महत्वपूर्ण होती है।
वैसे अगर हम कंप्यूटर को ठीक से देखें तो यह सिर्फ एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की तरह होता है जो अपने अंदर बहुत सारे ऑपरेशन्स एक साथ चला सकता है जिसे हम उदाहरण के माध्यम से समझने की कोशिश करते हैं।
दोस्तो ऐसे बहुत से कंप्यूटर्स हैं और उनकी स्पीड भी इतनी है जिसे कोई ऑर्डिनरी मशीन या फिर इंसान का दिमाग शायद कभी काम भी न कर पाए तो ये बहुत सारे फिजिकल एवं मूर्त घटकों से मिल कर बने होते हैं जिनको हम फील करते हैं और टच करते हैं. जिन्हे हम Hardware भी कह सकते हैं और ऐसे प्रोग्राम और कमांड्स जो इस हार्डवेयर की ड्राइव को चलाती है उन्हें ही हम Software कहते हैं।
अभी आप जो यह आर्टिकल पढ़ रहे है यह लेख Software क्या है से संबंधित है तो यह एक Web Browser है जिसे हम एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर भी कह सकते हैं अब आप सोच रहे होंगे कि हम इस Software को Web Browser क्यों कहते हैं तो दोस्तों इसके लिए मैं आप सभी लोगों को बताना चाहूंगा कि जैसे हम सब के शरीर में नाक कान हाथ पांव एवं आँखे होती हैं और उसी के साथ प्यार माया दया दर्द आदि फीलिंग होती है।
वैसे ही कंप्यूटर भी दो चीजों से मिलकर बना होता है जिनका नाम है Software और दूसरे का नाम है Hardware है तो हार्डवेयर का मतलब है आंख कान नाक हाथ पांव आदि हमारे शरीर के हार्डवेयर होते हैं जिनसे हम आप अपने शरीर का संतुलन बना सकते हैं और वहीं दूसरी चीज होती है प्यार माया दया एवं दर्द यह सब हमारे शरीर के के Software होते हैं।
इनके द्वारा हम दूसरे व्यक्तियों के लिए फीलिंग व्यतीत करते हैं. आज के दौर में ये जितने भी डिजिटल डिवाइस है जैसे कंप्यूटर, मोबाइल फोन, लैपटॉप, टैब एवं डेस्कटॉप होते हैं तो इन सब में Software Program का उपयोग किया जाता है।
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Software क्या है
Software एक इंस्ट्रक्टर है जो कंप्यूटर को विशेष कामों को करने के लिए संदेश देता है इंटरेक्शन को एक प्रोग्राम के माध्यम से भी जाना जाता है तो ऐसे Software जो कंप्यूटर पर चलाए जा रहे हैं जो कि (Binary Code 10) के रूप में हो सकते हैं लेकिन आज में आप सभी को इस Binary Code 10 के सॉफ्टवेयर के बारे में बताऊं तो इस पर सॉफ्टवेयर बनाना बहुत ही मुश्किल एवं आलस मतलब की थकान भरा होता है।
Software इंजीनियरों ने सॉफ्टवेयर बनाने के लिए बहुत सारे प्रोग्राम्स और भाषाओं का चयन किया है जो निम्न प्रकार से हैं जैसे कि C, C++, Java और पाइथन आदि और भी हैं तो इन सब को बनाया है, सॉफ्टवेयर बनाने के लिए कभी कभी तो इनमें से दो या दो से अधिक भाषाओं का इस्तेमाल सिर्फ एक Software को बनाने के लिए किया जाता है।
असल में Software का मतलब होता है कि जहाँ पर बहुत से Programs का संग्रह होता है जो किसी एक कंप्यूटर के विशेष कार्यो का निष्पादन करते हैं उसे सॉफ्टवेयर कहा जाता है. जैसा कि हम अपने अपने कंप्यूटर में जितने जितने भी टास्क (Task) का उपयोग करते हैं तो वह सभी Task इस सॉफ्टवेयर के द्वारा ही पूरे हो पाते हैं।
सॉफ्टवेयर उन सभी सेट ऑफ इंस्ट्रुक्शन्स (Set Of Instructions) के पास भेजा जाता है जो कि इस Software को Fed कर सकते हैं जिससे वो इस प्रोग्राम्स के Form में कंप्यूटर सिस्टम को कंट्रोल कर सके और इसके अलावा वह कंप्यूटर के दूसरे हार्डवेयर कंपोनेंट्स की प्रोसेस को भी आगे बढ़ा सके.
Computer में ऐसे बहुत से Commands होते हैं जो हार्डवेयर को चलाते हैं तो हम यहाँ पर उदाहरण के तौर पर कुछ समझने की कोशिश करते हैं जैसे कि एक MS-Word है जिसमें हमने कुछ लिखा या फिर कोई फोटोशॉप है जिससे हम अपनी या किसी दूसरे व्यक्ति की फ़ोटो को एडिट करते है या फिर हम कंप्यूटर में Chrome ब्राउज़र के द्वारा इंटरनेट पर किसी भी विषय की जानकारी को सर्च करते हैं तो यह सब कुछ एक Software के द्वारा ही हो पाता है।
अब आपके दिमाग में एक सवाल जरूर चल रहा होगा कि कंप्यूटर या मोबाइल फोन में सॉफ्टवेयर होते कौन है तो आप सभी लोगों को बताना चाहूंगा कि Software को हम कंप्यूटर एवं मोबाइल फोन की भाषा में कुछ इस प्रकार से देख सकते हैं।
जैसे – MS-Word, Google Chrome Browser, VLC Player, Photo Shop और UC Browser मोबाइल फोन की सेटिंग्स और हम अपने मोबाइल फोन एवं कंप्यूटर मे जो समय और Date देखते है वो एक Software के द्वारा ही दिखाई देती है।
Software कैसे बनाएं
Software इंप्रेशन डेटा एवं प्रोग्राम्स का एक सेट होता है जिसका उपयोग कंप्यूटर को संचालित करने एवं विशेष कार्यों को पूरा करने के लिए किया जाता है जिसमें एक होता है Hardware जो कंप्यूटर के भौतिक पहलुओं का अच्छी तरह से वर्णन करता है। इस हार्डवेयर के विपरीत होता है Software जो कि एक सामान्य सा शब्द होता है जिसका उपयोग किसी मोबाइल फोन या कंप्यूटर एवं डिवाइस में चलने वाले प्रोग्राम्स के लिए किया जाता है।
हम जब भी इस Software का नाम सुनते हैं तो हम सब के दिमाग में एक सवाल जरूर आता है कि Software क्या है और इसे कैसे बनाते हैं एवं सॉफ्टवेयर डिवाइस की प्रिक्रिया किस प्रकार होती है।
अगर आप लोगों को एक Software बनाना है और वो भी बगैर किसी गलती के बिल्कुल आसान तरीके से तो इसके लिए आपको हमारे साथ अंत तक जुड़ा रहना होगा और समझना होगा जिससे आप आसानी के साथ एक साफ सुथरा एवं सेफ Software बना सकते हो।
Software बनाने के बारे में जानने से पहले आपको यह जानना होगा कि कंप्यूटर क्या होता है जी हां दोस्तों आपको सबसे पहले इसके बारे में जानना होगा तभी आप सॉफ्टवेयर कैसे बनाए के बारे में जान सकते हो। तो अब आप सोच रहे होंगे कि हमेंएक Software बनाने के लिए कंप्यूटर क्या है के बारे में किस लिए जानना जरूरी है।
तो आप सभी को बता दूं कि जितने भी Software बनाये जाते हैं वो सिर्फ कंप्यूटर में चलाने के लिए ही बनाये जाते हैं इसलिए आपको सबसे पहले कंप्यूटर के बारे में समझना होगा तो चलिए अब हम यहाँ जानते हैं कि कंप्यूटर क्या होता है।
Computer क्या है?
कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण होता है जो अपने सिस्टम में Input लेता है और उसको Process करता है और बदले में Output देता है और अगर आप कंप्यूटर के बारे में बेहतरीन तरीके से समझने के लिए मैं आप सभी लोगों को एक उदाहरण के तौर पर बताता हूँ।
मान लेते हैं कि आप लोग NS Word का इस्तमाल करके एक डोकोमेंट्स तैयार कर रहे हैं तो मैं आप सभी को यहाँ पर बताना चाहूंगा कि यह जो NS Word है वो एक Software है और जब हम कंप्यूटर में कीबोर्ड के माध्यम से उसे Input देते हैं तो उस Input को कंप्यूटर बेहतर तरीके से Process करता है जिससे हम सब को Computer की स्क्रीन पर Output दिखाई देता है।
यहाँ पर आप लोगों को यह तो पता चल ही गया है कि कंप्यूटर Input कैसे लेता है और कैसे Process करता है एवं किस प्रकार से Output देता है परंतु इस कंप्यूटर में जो भी व्यक्ति इस कार्य के लिए एक फ़ाइल बना रहा है तो उसके लिए हमें MS Word जैसे अच्छे अच्छे Software की आवश्यकता होती है।
दोस्तों यहां पर आप सभी लोगों को यह तो समझ में आ ही गया होगा कि हम सब को कंप्यूटर पर काम करने के लिए एक बेहतरीन Software की आवश्यकता पड़ती है तो चलिए अब आगे चलते हैं और जानते हैं कि Software कैसे बनता है तो शुरू करते हैं आगे की प्रोसेस को
Software कैसे बनते हैं
एक बेहतरीन Software बनाने के लिए आप किसी भी भाषा/लेंग्वेज का इस्तमाल कर बना सकते हो जैसे कि C, C++, Java आदि भाषाओं का उपयोग आप अपने सॉफ्टवेयर को बनाने के लिए कर सकते हो।
ये भाषाएँ किसी भी सॉफ्टवेयर बनाने वाले व्यक्ति की समझ में आसानी से आ जाती हैं जैसे प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की जानकारी होती है तो इसे सॉफ्टवेयर की भाषा में हम Source Code भी कह सकते हैं जिसमें हम Compiler की मदद से इस Source Code को बना सकते हैं और फिर इस सोर्स कोड को बनाने के बाद एक अच्छी और बेहतरीन टोटेरियल फ़ाइल में चेंज कर दिया जाता है।
तो आप किसी भी साधारण प्रोग्राम को बहुत ही आसानी के साथ आप उसे एक सिंपल डिवाइस पर लिख सकते हो हालांकि दोस्तों जब आप एक बड़ा और पेशेवर सॉफ्टवेयर बना रहे हो तो उसमें आपको सेकड़ों हजारों डिवाइस का उपयोग करना पड़ सकता है।
जैसा की एक बड़े और यूजफुल Software को सेकड़ों एवं हजारों डिवाइस में बांटा जाता है सॉफ्टवेयर बनाने वाले व्यक्ति अपना एक अच्छा सॉफ्टवेयर बनाने के लिए उस प्रोजेक्ट में दिन रात कड़ी मेहनत करते हैं तब जाकर वह उस सॉफ्टवेयर को बना पाते हैं।
लेकिन फिर भी इसके Code में थोड़ी बहुत समस्या आ सकती है तो हम इन समस्याओं को सॉफ्टवेयर की लेंग्वेज में Bugs कहते हैं. Software का एक हिस्सा पब्लिक में जारी करने के बाद भी अपनी प्रोजेक्ट की डिवाइस में Bugs को ठीक करने का कार्य चलाते रहना होता है।
जैसे जैसे उसकी मांग बढ़ती जाती है तो उसे और भी बेहतर बनाना पड़ता है मतलब की Software बनाने के बाद भी आपको उसमें अपना काम जारी रखना होता है जिससे कि उसमें किसी भी प्रकार की समस्या मतलब की Bugs उत्पन्न न हो सके.
यही कारण होता है कि हमारे मोबाइल फोन या फिर कंप्यूटर में टाइम टाइम पर सॉफ्टवेयर अपडेट का विकल्प आता रहता है जिससे सॉफ्टवेयर में और नए नए फीचर्स जोड़ दिए जाते हैं। दोस्तों सॉफ्टवेयर को दो प्रकार से बनाया जा सकता है जो निम्न प्रकार से हैं।
- Proprietary
- Open Source
इन दो तरीकों से सॉफ्टवेयर को बनाया जा सकता है तो आइए फ्रैंड्स हम इन दो तरीकों को नींचे विस्तार से समझने की कोशिश करते हैं।
1. प्रोप्राइटरी (Proprietary)
किसी इंसान या किसी Software Company से प्रोमिट वाला सॉफ्टवेयर दूसरे व्यक्तियों को सेल करने के लिए बनाया जाता है इसके Source Code पब्लिक के लिए जारी नहीं किये जाते हैं इसमें तो सिर्फ़ सॉफ्टवेयर को ही जारी किया जाता है।
2. ओपन सोर्स (Open Source)
ऐसे सॉफ्टवेयर बिल्कुल फ्री होते हैं इस Software के Source Code को कोई भी व्यक्ति एक्सेस कर सकता है Open Source Software से मालिकों को डोनेशन के माध्यम से पैसे मिलते हैं जिसका उपयोग प्रत्येक मोबाइल फोन का इस्तमाल करने वाला एवं कंप्यूटर का इस्तमाल करने वाला इंसान आसानी से कर सकता है वो भी बिल्कुल फ्री में.
तो दोस्तो इस प्रकार से Software बनते हैं जो कि मैंने आपको विस्तार से बता दिया है और आपकी समझ में भी आ गया होगा कि सॉफ्टवेयर कैसे बनते हैं तो अब आगे बढ़ते हैं और बात करते हैं सॉफ्टवेयर बनाते समय हमे किन किन बातो का ध्यान रखना होगा।
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सॉफ्टवेयर बनाते समय कोन कोन सी बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है?
दोस्तों जब हम एक सॉफ्टवेयर बना रहे हो तो हमें 2 बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए जो इस प्रकार से हैं –
- Quality And Reliability
- License
तो यह दो बातें हैं जिन्हे आपको सॉफ्टवेयर बनाते समय ध्यान में रखना होगा तो आइए हम इन दो बातों को नींचे विस्तार से समझते हैं।
1. Quality And Reliability
जब भी आप एक Software बना रहे हो तो अपने Software की क्वालिटी पर विशेष रूप से ध्यान दें खास तौर पर जब भी आप Official या Camecial सिस्टम के सॉफ्टवेयर बना रहे हैं तो अगर उसमें कुछ दिक्कत आ रही है तो उसे आप सुधारे वरना यह किसी भी समय आपके सॉफ्टवेयर को डिलीट कर सकता है।
मतलब की आप समझ गए होंगे कि यह बहुत सारे छेड छाड़ी कर सकता है इसी लिए आप अपने Software की Quality और Reliability पर ध्यान दें.
दोस्तों जब भी आप अपना सॉफ्टवेयर बना रहे हो या बनकर के तैयार हो चुका हो तो आप अपने सॉफ्टवेयर की क्वालिटी को निम्न प्रकार से टेस्ट कर सकते हैं जो इस प्रकार से हैं।
- Regression Testing
- Software Testing
इन दो के अलावा कई सारे टेस्टिंग प्रोग्राम के द्वारा आप अपने Software की Testing बहुत ही आसानी के साथ कर सकते हो.
2. License
आप अपने सॉफ्टवेयर का लाइसेंस बना सकते हो जिसमें आपको यह License सॉफ्टवेयर का उपयोग करने के लिए मान्यता देता है की आप मुफ्त सॉफ्टवेयर लाइसेंस के मामले में आपको दूसरे सॉफ्टवेयर बनाने का भी अधिकार देता है जिसमें सॉफ्टवेयर को दो भागों में विभाजित किया जाता है।
- Freeware Software
- Commercial Software
(i) Freeware Software
फ्रीवेयर सॉफ्टवेयर या फिर Freemium Software की कैटेगिरी को शामिल किया जाता है जैसा कि यहाँ पर इसके नाम से ही पता चलता है कि इस Freeware का इस्तमाल फ्री में किया जा सकता है।
हालांकि फ़ीडफएर एवं फ्रीमिम सॉफ्टवेयर के मामले में यह लिमिटेड टाइम के पीरेड के लिए या इस्तेमाल करने के लिए ही मिल सकता है ऐसे सॉफ्टवेयर को अड्डेर्स के सॉफ्टवेयर में गिना जा सकता है।
(ii) Commercial Software
दोस्तों यहाँ पर दूसरे तरह के सॉफ्टवेयर ऐसे सॉफ्टवेयर होते हैं जिनका उपयोग करने के लिए हमें कुछ पैसे देने पड़ते हैं जैसा कि आप Google Play Store पर भी देखते होंगे कि वहाँ पर कुछ ऐसी Applications भी होती हैं जो बिल्कुल फ्री होती हैं और कुछ ऐसी Applications भी होती है जिनका उपयोग करने के लिए हमें पैसे देने पड़ते हैं।
तो ऐसा ही बिल्कुल Software के साथ भी होता है तो ऐसे Software को ही Commercial Software कहाँ जाता है जिसका उपयोग आप License के द्वारा ही कर सकते हैं और दूसरी ओर Open Source Software मुफ्त होता है और इसके लिए हमें किसी भी लाइसेंस की आवश्यकता नहीं होती है।
निष्कर्ष
दोस्तों हमें उम्मीद है कि आप सभी लोगों को यह लेख Software क्या है और सॉफ्टवेयर कैसे बनाये पसन्द आया होगा अगर फिर भी आपका Software से जुड़ा कोई सवाल डाउट है तो उसके बारे में आप हमसे जरूर पूछिए हम आपके डाउट को दूर करने की पूरी कोशिश करेंगे।
दोस्तों हमारी हमेशा से यही कोशिश रहती है कि हम अपने रीडर्स को एक बेहतर जानकारी प्रोवाइड कराएं जिससे आपको कहीं और जाने की जरूरत नहीं पड़ती है जिससे आपके समय की भी बचत होती है और आपकी सही जानकारी भी मिल जाती है।
अगर आपको लगता है कि इस आर्टिकल में कुछ कमी है और इसमें अभी भी कुछ सुधार होना चाहिए तो आप हमें इसके बारे में भी सूचित कर सकते हैं ताकि आने वाले समय में हम उसे सुधार सकें।
तो ऐसी ही इंट्रेस्टिंग एवं यूज फुल जानकारियों के लिए आप हमारी Website की नोटिफिकेशन को ऑन कर सकते हो ताकि जब भी हम ऐसी इंट्रेस्टिंग जानकारी को पब्लिस करें तो उसका नोटिफिकेशन आपको सबसे पहले मिल सके तो दोस्तों मिलते हैं अगली पोस्ट में तब तक के लिए जय हिंद जय भारत जय सॉफ्टवेयर की धन्यवाद