BloggingElectricians Tips & TricksInternet Tips

बिजली का अविष्कार किसने किया? और कब किया जानिए पूरी जानकारी

बिजली का अविष्कार किसने किया? और कब किया जानिए पूरी जानकारी

बिजली का अविष्कार किसने किया? और कब किया? आज के समय में हम सब के जीवन में बिजली की कितनी एहमियत है इसके बारे में शायद आपको बताने की कोई आवश्यकता नही है क्योंकी आज के दौर में हमे छोटे से लेकर बड़े बड़े कामों एवं गर्मी और घर में उजाला रखने के लिए बिजली की बहुत ही ज्यादा आवश्यकता होती है जिससे आप ये अनुमान लगा सकते हैं की बाकई हमारे जीवन मे इलेक्ट्रिसिटी का कितना अधिक महत्व है। जैसे की हमारे रोजाना की जिंदगी में मोबाइल फ़ोन लैपटॉप चार्ज करने से लेकर के बल्ब पंखा कूलर AC आदि को चलाने के बिजली यानी की करंट का होना बहोत जरूरी है।

वर्तमान समय में अगर हमारे जीवन मे बिजली ना होती तो हम सबका जीवन शायद अंधेरे में ही गुजरता क्योंकि मनुष्य के दैनिक जीवन मे इलेक्ट्रिसिटी सबसे महत्वपूर्ण जरूरत बन चुकी है जिसके बगैर हम आप अपनी लाइफ की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। चूकि हर दिन सुबह से उठने से लेकर के रात को सोने तक हम आपको बिजली लाइट की जरूरत पड़ती है। वर्तमान टाइम मे लाइट का इस्तमाल दुनिया भर के हर छेत्र में किया जा रहा है जैसे की बड़ी बड़ी कंपनियों, सरकारी दफ्तरों, ट्रैन को चलाने में, प्राइवेट ऑफिस में आदि हर छेत्र में इसका यूज हो रहा है।

यह सब तो आपको पहले से ही पता होगा लेकिन क्या कभी आपने ये सोचा है कि आखिर इस Bijli का निर्माण कैसे और किसने एवं कब किया. क्या लोग इसे पुराने ज़माने में कोई जादू मानते थे. ये सवाल शायद आपके दिमाग में पहले से ही आ रहे होंगे तभी तो आपने Google पर इस टॉपिक को सर्च किया। तो आज के इस लेख में हम आप सभी को बताने वाले हैं बिजली की खोज एवं अविष्कार से जुडी सम्पूर्ण जानकारी जिसमे इसका अविष्कार किसने और कब किया इसका इतिहास क्या है और पूरी दुनिया को सबसे पहली बार Electricity कब मिली। तो चलिए आप का अधिक समय ना लेते हुए शुरू करते हैं और जानते हैं कि लाइट का आविष्कार किसने किया?

बिजली का अविष्कार किसने और कब किया?

दोस्तों कुछ इन्वेंशन होते ही ऐसे है जो पूरी दुनिया को एकदम से चेंज करके रख देते हैं जिनमें से ही एक बिजली की खोज है जिसमे पूरी दुनिया को एकदम से बदलकर रख दिया है. और हाँ दोस्तो आपको बता दे की बिजली की खोज की गयी थी इसका अविष्कार नहीं किया गया है। तो इसका सीधा सा मतलब है कि बिजली पहले से ही प्रकृति में मौजूद थी बस हमने उसकी खोज करी है जैसे कि आग की खोज की गई थी वैसे ही लाइट की खोज की गई थी।

बिजली का अविष्कार किसने किया? और कब किया जानिए पूरी जानकारी

आपको बता दें कि बिजली की खोज या अविष्कार आज से कई वर्षों पहले दुनिया के बहुत से बड़े बड़े वैज्ञानिकों के द्वारा की गयी थी. जैसा की हमने आपको बताया है बिजली की खोज किसी एक वैज्ञानिक ने नहीं करी थी बल्कि इसकी खोज हो जाने के बाद इसमें और ज्यादा सुधार करके के लिए कई पीढ़ी दर पीढ़ियों ने अपनी अपनी कोशिश जारी राखी और इसे बेहतर बनाने में अपना पूरा जीवन इसी में लगाते रहे।

आज से लगभग 600 वर्ष पहले Thales नाम के एक महान वैज्ञानिक ने पता लगाया की हमारी प्रकृति में बिजली मौजूद है हालांकि थेल्स की इस पुष्टि पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया जिससे बाकि के साइंटिस्टों ने तो इन्हे पागल तक कह दिया था जिसके बाद इन्होने खुद अकेले इस पर रिसर्च करना शुरू कर दिया। फिर उन्होंने ये पता लगाया की कांच के टुकड़े को बिल्ली के पंजे पर रगड़ने से उसमे एक ऐसी पॉवर जनरेट होती है जो अपने हलकी वस्तुओं को जैसे की कागज को अपनी ओर आकर्षित करती है।

थेल्स ने अपनी इस खोज को इलेक्ट्रिसिटी का नाम दिया जिसके बाद सन 1752 में बेंजामिन फ्रेंक्लिन नामक वैज्ञानिक ने आखिर ये साबित कर दिखाया कि बादलों मे चमकने वाली बिजली और बिजली की जो चिंगारी होती है वो दोनों एक ही रूप होते है। इसी तरह कई वैज्ञानिको ने अपनी अपनी खोज जारी राखी लेकिन उन्हें इलेक्ट्रिसिटी की खोज करने में सफलता नहीं मिली हालांकि सन 1800 में  Alessandro Volta ने सबसे पहले बिजली की सफल खोज की थी जिसके बाद उन्ही को बिजली की खोज का जनक माना जाने लगा।

अलेस्सजैंड्रो वोल्टा ने light का अविष्कार कर सबसे पहली विधुत सैल बनायी थी. बात दे की इस सेल की मदद से आसानी के साथ विधुतधारा प्राप्त की जा सकती है। लेकिन जब विधुत सेल का आविष्कार के बारे में लोगों को पता चला की विधुतधारा की मदद से हम प्रकाश ऊष्मा एवं जैव रसायनिक क्रियाएं आदि उत्त्पन्न की जा सकती है तभी से लोग बिजली के बारे में जानने लगे। हालाँकि इस छेत्र में सबसे अधिक क्रांति सन 1831 मे Michal Faraday के द्वारा आयी। क्योंकी उन्होंने सबसे पहले यह साबित किया कि तांबे के तार में बनायी गयी कुण्डली मे किसी चुम्बक को आगे पीछे किया जाये तो बिजली उत्पन्न होती है।

माइकल फैराडे के इस सिंद्धांत को उपयोग मे लाकर बिजली उत्त्पन्न करने बाले जनरेटरों का निर्माण किया गया जिसमे सबसे पहले सफलता पूर्वक बिजली उत्त्पन्न करने बाला जनरेटर सन 1867 मे जर्मनी में बनाया गया। तो इस प्रकार साथियों दुनिया में लाइट का अविष्कार हुआ जिसका इतिहास बहुत ही रोचक एवं रोमांचक है. आइये अब आगे जानते है कि विधुत कितने प्रकार कि होती है।

बिजली कितने प्रकार की होती है?

दोस्तों बिजली मुख्यता दो प्रकार की होती है जिसके बारे में हम नीचे बता रहे हैं –

  • गतिशील विधुतधारा (Dynamic Electricity)
  • स्थिर विधुतधारा (Static Electricity)

गतिशील विधुतधारा – यह एक ऐसी विधुत धारा होती है जो गति करती रहती है मतलब की एक जगह से दूसरे जगह जाने वाली विधुत को गतिशील विधुतधारा (Dynamic Electricity) कहते हैं।

स्थिर विधुतधारा – किसी एक जगह पर स्थिर रहने वाली विधुत को स्थिर विधुतधारा (Static Electricity) कहते हैं। जैसे की हम अपने घरों में बल्ब जलाते हैं तो वह विधुत सिर्फ उस बल्ब तक स्थिर रहती है जिसे स्थिर विधुतधारा के रूप में जाना जाता है।

इंडिया में सबसे पहले बिजली कब और कहां आयी?

प्रिय दोस्तों हमारी रोजाना की जिंदगी मे ऐसी बहुत सी चीजें हैं जिनका हम सब के जीवन में होना बहोत ही आवश्यक है जैसे की रोटी पानी कपडा घर पैसे इसके अलावा और भी ऐसी बहुत सी चीजे हैं जिनका हमारी life में होना बेहद आवश्यक है ठीक उन्ही में से एक बिजली भी है यदि हमारे जीवन में बिजली न हो तो हमारा बहुत सा काम काज रुक जाता है। लेकिन कभी आपने ये सोचा है की हमारे इतने बड़े भारत देश में आखिर बिजली कब और सबसे पहले कहां आयी थी अगर नहीं पता तो आइये जानते हैं।

भारत में सबसे पहले सन 1845 में कोलकाता शहर मे आयी थी जिसका मेन मकसद था की भारत में भी बिजली को बढ़ावा देना चाहिए जिससे हमारे जीवन को सरल और सुखद बनाया जा सके. फिर इसके भारत के दूसरे शहरों मे धीरे धीरे बिजली बढ़ती गयी।

बिजली से जुड़े कुछ रोचक तथ्य

  • आकाश से जो बिजली गिरती है वो दस करोड़ वॉल्टेज से भी ज्यादा की होती है जो हमारे घरो में इस्तमाल की जाने वाली विधुत से लाखों करोड़ो गुना वॉल्टेज से भी अधिक होती है।
  • आकाश से गिरने वाली बिजली से हमारे घर में लगा 100 वाट बल्ब लगातार एक सा तीन महीने से भी अधिक समय तक जलाया जा सकता है।
  • पूरी दुनिया में जो बिजली आती है उसे अधिकतर पानी से पैदा की जाती है।
  • इंडिया में सबसे पहले बिजली प्राप्त करने वाला शहर कोलकाता है जहां पर सबसे पहली बार बिजली देखने को मिली थी।
  • हमारे भारत देश मे हर वर्ष तीन हजार से अधिक इंसान आकाशीय बिजली गिरने की वजह से मरते हैं।
  • सबसे ज्यादा बिजली चाँदी की धातु से प्रवाहकत्व होती है।
  • चीन दुनिया का ऐसा देश है जहां पर सबसे अधिक बिजली उत्त्पन्न की जाती है।
  • इंडिया दुनिया तीसरा ऐसा देश है जहा सबसे अधिक बिजली पैदा करी जाती है।

इसे भी पढ़िए –

बिजली से जुड़े इम्पोर्टेन्ट सवाल जबाब

प्रश्न – दुनिया में सबसे पहले बिजली की खोज कब हुई थी?

उत्तर – दुनिया में सबसे पहले बिजली की खोज सन 1800 में हुई थी।

प्रश्न – बिजली के सफल खोजकर्ता का क्या नाम है?

उत्तर – बिजली के सफल खोजकर्ता का नाम माइकल फैराडे है जिन्होंने दुनिया में सबसे पहली बार बिजली की सफलता पूर्वक खोज करी थी।

प्रश्न – बिजली कितनी गति से गमन करती है?

उत्तर – बिजली की गति 324 मीटर प्रति सेकेण्ड की होती है जो लगभग प्रकाश की गति के बराबर होती है।

प्रश्न – भारत देश में सबसे पहले बिजली का सफल अविष्कार कब हुआ था?

उत्तर – भारत जैसे बड़े और विकासशील देश में बिजली का सफल अविष्कार सबसे सन 1902 में मैसूर शहर में हुआ था जिसे आज के दौर में इंडिया का जल विधुत उत्पाद केंद्र माना जाता है।

इस लेख में आपने क्या जाना

हम आशा करते हैं आपको आज के यह लेख बिजली का अविष्कार किसने किया और कब किया जरूर पसंद आया होगा। हमने इस आर्टिकल में बिजली के जुडी सम्पूर्ण जानकारी देने की पूर्ण कोशिश करी है लेकिन अगर आपका फिर भी कोई प्रश्न हो बिजली से जुड़ा तो आप हमसे कमेंट के माध्यम से जरूर पूछे हम आपके प्रश्न का जबाब अवश्य देंगे।

दोस्तों आप लोग ये तो जानते ही होंगे की किसी भी खोज व आविष्कार के पीछे किसी एक व्यक्ति का हाथ नहीं होता है और नाही उसे एक बार मे सफल बनाया जा सकता है बल्कि उसकी खोज मे कई पीढ़ी निकल जाती है तब जाकर उसकी खोज व अविष्कार हो पाता है। और यह काम कोई एक व्यक्ति नहीं करता है बल्कि इसके पीछे कई वैज्ञानिक काम करते हैं और जिस वैज्ञानिक सबसे पहले सही एवं सफल प्रयास करने में सक्षम होता है उसी वैज्ञानिक का नाम दुनिया में चलता है।

प्रिय साथियो आज की यह जानकारी बिजली का अविष्कार किसने किया केसी रही इसके बारे में आप सभी लोग अपने अपने विचार कॉमेंट मे जरूर प्रकट करे ताकि हमे उन विचारों से कुछ सीख मिले और हम आपके लिए ऐसे ही इंट्रस्टिंग व नॉलेजेबल इनफार्मेशन लाते रहे. तो आज के लिये बस इतना फिर मिलेंगे अगले नए एवं यूजफुल जानकारी के साथ तब तक के लिये आप सभी अपना अपना ख्याल रखिये धन्यवाद.

Dharmendra Choudhary

नमस्कार दोस्तो, मैं Dharmendra Choudhary Hindilive.Net का Founder हूँ,अगर में अपनी पढाई की बात करू तो मैंने Graduate किया है। मुझे टेक्नोलॉजी से जुड़ा रहना बहुत पसंद है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button