इंसान का दिमाग काम कैसे करता है? जानिए पूरी जानकारी
इंसान का दिमाग काम कैसे करता है? जानिए पूरी जानकारी
इंसान का दिमाग काम कैसे करता है? जब कोई हमारी तारीफ करता है तो हम सब अंदर से बहुत खुश हो जाते हैं लेकिन जब कोई व्यक्ति हमारा मजाक बनाता है तो हम सब अंदर से बहुत दुःखी हो जाते है जिससे हमारे भीतर अजीब सी फीलिंग आने लगती है. और जब कोई इंसान कॉमेडी एवं मजाक वाली बातें करता है तो हम हसने लगते हैं एवं जब कोई आदमी अपनी या किसी और की दुःख भरी कहानी सुनाता है तो हम अंदर थोड़ा सैड फील करने लगते हैं। यह बिल्कुल सही बात है इंसान के साथ हमेशा ऐसा ही होता है लेकिन सवाल ये उठता है की ऐसा क्यों होता है।
इन सभी सवालों के जबाब जानने के लिये आपको इस आर्टिकल को शुरू से लेकर के लास्ट तक पूरा पढ़ना होगा तभी आपको यह सब समझ में आएगा। इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं की इंसान का दिमाग काम कैसे करता है. इस टॉपिक पर आप सभी को कम्पलीट पूरी जानकारी मिलने वाली है. तो आइये साथियो आपका ज्यादा समय न लेते हुए शुरू करते हैं आगे की Process को
आपको इससे पहले एक उदाहरण बताना चाहेंगे की अगर हम किसी छोटे बच्चे को कोई दुख भरी बात सुनाएंगे तो क्या वो बच्चा दुखी होगा, बिल्कुल दुखी नहीं होगा। शायद ये आप पहले से भी जानते होंगे लेकिन सवाल ये की अगर वही दुःख की बात किसी बड़े आदमी को सुनाई तो क्या वो आदमी दुखी होगा, तो आपका जबाब होगा ‘हा’ राइट, लेकिन अगर मैं आपसे ये पूँछू की यह सब कैसे होता है तो आपको इसके बारे में कुछ पता नहीं होगा। तो आइये जानते है इसके बारे मे
जैसा की साथियों आपको ये तो पता ही होगा की हमारे शरीर के लगभग पूरे काम हम सब का दिमाग करता है लेकिन असमंजस की बात यह की हमारा जो दिमाग है वो काम कैसे करता है आखिर ऐसा क्या है हम सब के दिमाग मे जो रोजाना के इतने सारे काम वो आसानी से कर लेता है. इसके बारे में जानने के लिये आप बिलकुल सही जगह आये हो यहाँ पे आपको मनुष्य का दिमाग कैसे काम करता है जानने के लिये बने रहिए हमारे साथ
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इंसान का दिमाग काम कैसे करता है
दोस्तों हमे रोने की बात पर रोना आता है और हसने की बात पर हमे हंसी आती है ऐसा इस कारण से होता है क्योंकी हम आप अपने दिमाग को बचपन से लेकर अभी तक हमने अपने जीवन मे ऐसी ही फीलिंग इमोशनल जैसी आदि चीजें सीखी हैं। हम सब ने अपने दिमाग को ये पहले से ही सीखा रखा है की जब कोई इंसान हमारे सामने हसने की बात बोलो तो हमें हसना है और जब कोई व्यक्ति रोने की बात बोले तो हमे रोना है. बचपन से ही हम सब ये करते आ रहे जिस कारण हम सब का दिमाग ये समझ चुका है की हमको किस सुचियोशन मे किस तरह से रिएक्ट करना है।
जैसे की अगर आप कहीं पे कोई काम कर रहे हो और अचानक से आपके पास कोई आकर के बोले की भैया जी आपकी गाड़ी का एक्सीडेंड हो गया है. तो उस समय आपका रिएक्शन निकलेगा आपने उस रिएक्शन को अपने दिमाग को सिखाया है. अब आपके मन मे यह प्रश्न जरूर आ रहा होगा की हम अपने दिमाग को कैसे सिखाते है ये सब चीजें तो आइये जानते हैं इसके बारे में
दोस्तों हमारा जो दिमाग है वो मुख्यता चार तरीको से सीखता है जिसमें से पहले पहला है. हम लोग अपनी जिंदगी में जो देखते है उससे हमारा ब्रेन इन्फॉर्मेशन लेता है, दूसरा है सुनकर हम आप जो बोलते हैं उसे सुनकर हमारा ब्रेन सीखता है यदि आप अपने मन मे भी बोलते हैं तो उससे भी आपका dimag सीखता है या फिर आपसे कोई दूसरा व्यक्ति बोले तो उसे सुनकर भी हम सब का Dimag सीखता है।
तीसरा तरीका होता है टेस्ट हमारा ब्रेन अपने Test को भी याद रखता है क्योंकी जब हम किसी चीज को खाते हैं तो उससे हमारा दिमाग उस खाने के टेस्ट से भी सीखता है जिसे वह याद कर लेता है इसके अलावा चौथरा तरीका स्मैल, स्मैल हम सब का दिमाग स्मैल को सूंघकर भी सीखता है. जैसे आपने आज गुलाब के फूल की स्मैल को सूंघा और आपसे दो चार दिन या दो चार महीने साल बाद पूंछे की गुलाब की खुशबू कैसी होती है तो आपके दिमाग को उस दिन की याद आ जाएगी जिस दिन आपने गुलाब के फूल की खुशबू ली थी।
दोस्तो इस तरह हमारा दिमाग सीखता है और आपके अंदर जो फीलिंग्स होती है वो सभी हमारे दिमाग के ऊपर निर्भर करती है. आपको एक जरुरी जानकारी भी बता दूँ की हमारा जो दिमाग होता है उसमे बहुत से प्रकार के कैमिकल मौजूद रहते हैं जो इस प्रकार है –
- सेरोटोनिन (Serotonin)
- डोपामाइन (Dopamine)
- ऑक्सीटोसिन (Oxytocin)
- एंडोर्फिन (Indorfin)
सेरोटोनिन कैमिकल
आपको बता दे की ये केमिकल इंसान के दिमाग में सुख और दुख दोनों को प्रेरित करता है. मतलब की जब आप से कोई व्यक्ति दुख की बात सुनाता है तो आप उस टाइम दुखी हो जाते है ये इसलिए होता है क्योंकी जब आपसे कोई इंसान दुःख की बात सुनाता है तो आपके दिमाग में सेरोटोनिन केमिकल की कमी हो जाती है जिससे आप दुखी होने लगते हो। और जब आपके ब्रेन मे Serotonin की मात्रा बढ़ने लगती है तो फिर आप दुबारा से अपने अच्छे मूड मे आ जाते हो।
डोपामाइन कैमिकल
जब आप किसी काम को करते हो और उस काम को करने में आपको मजा आ रहा हो तो समझ जाना की आपके ब्रेन में Dopamine कैमिकल रिलीज हो रहा है। जैसे की अगर किसी को ट्रैक्टर चलाने मे मजा आता है तो अगर वह ट्रेक्टर चलाता है और उसे उससे ख़ुशी मिल रही है तो समझो की उसके दिमाग में डोपामाइन केमिकल रिलीज हो रहा है।
ऑक्सीटोसिन केमिकल
जब आप किसी दूसरे इंसान का हाथ पकड़कर चलते हो तो उस आपके ब्रेन में ऑक्सीटोसिन कैमिकल रिलीज होता है इसके अलावा जब कोई व्यक्ति आपकी तारीफ करता है तो आपके अंदर जो ख़ुशी उत्पन्न होती है वो Oxytocin के द्वारा ही होती है। और ये केमिकल इंसान को अट्रैक्ट करने का भी काम करता है. जैसे की आप किसी इंसान को पसंद करती हो या करते हो, तो अगर वो इंसान आपके पास होगा तो आपके मन को अच्छा फील होगा और जब वो आपसे दूर जायेगा तो आपके मन मे बेचैनी से होने लगती है।
एंडोर्फिन कैमिकल
जब भी आप कोई काम कर रहे हो और आपको अंदर से अच्छा फील हो रहा हो तो इसका मतलब है की आपके दिमाग मे Indorfin केमिकल रिलीज हो रहा है. आप सभी को बता दे की एंडोर्फिन कैमिकल एक फीलिंग बुड केमिकल है। जब भी आपके दिमाग में किसी काम को करने के बाद अच्छा फील होता है तो समझ लेना की आपके दिमाग मे Indorfin कैमीकल रिलीज हो रहा है।
दोस्तों इस प्रकार हमारा दिमाग हर परिस्थिति में काम करता है. जैसे सुचियूशन हमारे अंदर आएगी उस समय वैसा ही केमिकल हमारे दिमाग में रिलीज होता है। और हाँ दोस्तो यदि आप अपने दिमाग को कंप्यूटर से तेज बनाना चाहते हैं जिससे आप अपने जीवन को पूर्ण रूप से बदलना चाहते हैं तो आप नीचे नीले कलर की लाइन पे click करे.
फ्रैंड्स आप अपने दिमाग को जैसा जैसा सिखाओगे आपको वो वैसा ही बना देता है और हाँ साथियो आपको एक और जरुरी बात बता दे की मनुष्य का ब्रेन बिल्कुल कंप्यूटर की तरह ही होता है जिस प्रकार आप Computer में कुछ इन्फॉर्मेशन प्राप्त करने के लिए सर्च करते हो तो आपको computer उससे सम्बंधित जानकारी आपके सामने रख देता है ठीक इसी तरह आप अपने दिमाग को जो सर्च करोगे वो आपको उसी से समबन्धित इन्फॉर्मेशन देता है।
नोट – दिमाग कैसे काम करता है आपको बताना चाहेंगे की आप जितना अपने दिमाग से बोलोगे ये उतना ही काम करता है. जी हाँ दोस्तो ये बिल्कुल सच की किसी भी इंसान का Dimag अपने आप वर्क नहीं करता है बल्कि आपको खुद इससे काम करवाना पड़ता है। शायद आप ये बात पहले से भी जानते होंगे और अगर नहीं जानते थे तो आज जान लो।
दिमाग से जुड़ी जरूरी बात
दोस्तो आप कभी भी अपने दिमाग को गलत इनफार्मेशन नहीं दे क्योंकी आप अपने ब्रेन को जैसी बात सिखाओगे आपका Dimag वैसी बात सीखेगा इसलिए आप कभी भी अपने दिमाग में निगेटिव सोच मत लाएं जितना हो सके उतना पॉजिटिव सोच लाएं ताकि आपका dimag हमेशा पॉजिटिव रहे। यदि आपके दिमाग में निगेटिव चीजें आती भी है तो आप उन पर बिलकुल भी ध्यान मत दे क्योंकी अगर आप उन पर ध्यान देते हो तो आप हमेशा सैड रहोगे।
और आप जितना ज्यादा पॉजिटिव चीजों पर ध्यान दोगे आपके अंदर से वैसे वैसे ही निगेटिव चीजे दूर होती चली जाएगी। मनुष्य अपने बचपन से लेकर बड़े तक जैसा सोचता है वो वैसा ही बन जाता है, ये लाइन स्वयं गौतम बुद्ध ने कही थी। अगर आप अपने आप को मेहनती इंसान सोचते हो तो आप जरूर मेहनती इंसान बनोगे और अगर आप अपने आप को कमजोर सोचते हैं तो आप हमेशा कमजोर ही रहोगे इसलिए आप खुद को जैसा समझोगे आप हमेशा के लिये वैसे ही बन जाओगे।
एक और जरुरी बात – जब आपका शरीर थका हुआ महसूस करे तो उस समय आप अपने शरीर को एक दो घंटे के लिए आराम दे क्योंकी जब आपका शरीर थका हुआ होता है तो आप कुछ काम करते हैं तो उस टाइम आपका दिमाग सही से काम नहीं करता है इसलिए आपको उस काम को करने से पहले अपने शरीर की थकावट दूर करनी होगी।
इस लेख में आपने क्या जाना
हम आशा करते हैं की आपको आज का यह लेख इंसान का दिमाग काम कैसे करता है बहुत पसंद आया होगा इस आर्टिकल में हमने आपको Dimag के बारे में पूरी जानकारी प्रदान की है जिसे पढ़ने के बाद आप अच्छे से समझ गए होंगे। लेकिन अगर फिर भी आपका इस टॉपिक से जुड़ा कोई doubt है तो आप हमसे उसके बारे में आराम से कॉमेंट बॉक्स के माध्यम से साझा कर सकते हो हम आपके डाउट का हल अवश्य निकालेंगे।
आज की यह जानकारी केसी रही हमे अपने विचार जरूर बताये ताकि हमे आपके विचारों से कुछ नया सिखने को मिल सके और यदि बाकई मे आपके लिये ये जानकारी अच्छी रही हो तो इसे अपने अन्य दूसरे दोस्तो के साथ भी शेयर करे ताकि उनको भी यह पता चले की आखिर हमारा Dimag काम कैसे करता है। यह लेख उन लोगों के लिये ज्यादा महत्वपूर्ण है जो साइंस विषय से पढ़ाई कर रहे हैं इसलिए आप इसे फेसबुक इंस्टाग्राम व्हाट्सप्प जैसी सोशल मीडिया के माध्यम से उन तक पंहुचा सकते हो. धन्यवाद