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करवाचौथ कब है? करवाचौथ क्यों मनाया जाता है | पूरी जानकारी

किस वजह से मनाया जाता है करवाचौथ का व्रत

करवा चौथ कब है? करवा चौथ क्यों मनाया जाता है – सबसे पहले तो आप सभी प्रिय पाठको को करवाचौथ व्रत की हार्दिक शुभकामनाएं, दोस्तों हमारे भारत देश में करवा चौथ का व्रत महिलाओ के द्वारा हर वर्ष काफी श्रद्धा के साथ मनाया जाता है. लेकिन क्या आप सभी को पता है आखिर karva chauth 2023 मे कब है और इसे महिलाये क्यों मनाती है तो आज का ये पोस्ट आपके लिए जानकारी भरा साबित हो सकता है इसलिए आप इस आर्टिकल को लास्ट पढ़े।

करवा चौथ एक ऐसा त्यौहार है जिसे भारत देश की हर विवाहित महिला अपने पति की लम्बी उम्र एवं सुखद जीवन के लिए सच्चे मन से ईश्वर की प्राथना करती है और उनकी पूजा करती हैं। हिन्दू धर्म के अनुसार एक पत्नी के लिए पति परमेश्वर का रूप होता है और पति की सेवा करना पत्नी का सबसे बड़ा कर्तव्य है।

इस दुनिया में पति पत्नी का एक ऐसा रिश्ता होता है जिसमे हर दिन किसी न किसी थोड़ी बहोत नोक झोंक होती है परन्तु एक शादी सुदा नारी के जीवन मे प्रति वर्ष एक ऐसा दिन भी आता है तो उस दिन भारत की सभी पतिव्रता नारी अपने सुहाग की लम्बी उम्र के लिये व्रत रखती है।

भारत एक ऐसा देश है जहां साल में सैकड़ो त्यौहार मनाये जाते है ठीक उन्ही त्योहारों मे एक करवा चौथ भी है यह त्यौहार आज भी पुरानी रीति रिवाजो के अनुसार सभी विवाहित महिलाओ के द्वारा मनाया जाता है जो केवल हिन्दू धर्म की सभ्यता और संस्कृति को दिखाता है बल्कि एक पत्नी का अपने पति के प्रति कितना प्रेम और विश्वास है ये भी दिखाता है।

हिन्दू धर्म में करवा चौथ के इस विशेष पावन पर्व को भारत के लगभग सभी राज्यों में इस त्यौहार को काफी श्रद्धा के साथ मनाया जाता है. एक पति पत्नी के बीच प्रेम को हमेशा के लिये बनाये रखने के लिये सभी सुहागिन महिलाएं अपने पति के लिए उपवास रखती है।

तो अगर आप करवा चौथ के इस महत्वपूर्ण त्यौहार के बारे में जानना चाहते हैं तो इस पोस्ट को ध्यान से पढ़िए इसमें करवा चौथ के बारे में पूरी जानकारी दी गयी है। तो चलिये सबसे पहले हम यह जनते हैं कि 2023 में यह त्योहार कब है।

करवा चौथ कब है? (Karva Chauth 2023 Date)

हिंदू पंचांग कैलेंडर के हिसाब से इस वर्ष करवा चोथ कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी दिवस को मनाया जावेगा इस वर्ष नवम्बर महीने की 1 तारीख को बुधवार के दिन महिलाये अपने सुहाग की लम्बी आयु और सुखद जीवन के लिए व्रत रखेगी तो साल 2023 मे करवा चौथ एक नवम्बर को है।

करवा चौथ एक ऐसा त्यौहार होता है जो महिलाओ के लिये काफी महत्वपूर्ण माना जाता है जिस भी लड़की की शादी हो जाती है तो अपने पति के सुखद जीवन और अधिक आयु के लिये इस करवा चोथ के व्रत को जरूर रखना चाहिए।

हम सब ये अच्छे से जानते हैं कि किसी भी त्यौहार को मनाने के पीछे कोई खास वजह होती है ठीक वेसे ही करवाचौथ को मनाने के पीछे भी कोई न कोई खास वजह जरूर होगी तो चलिए आगे जानते हैं आखिर करवा चौथ को मानाने की क्या वजह हो सकती है इसे किस लिए मनाया जाता है।

करवा चौथ क्यों मनाया जाता है

हिन्दू समुदाय के अनुसार यह पर्व कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष के चतुर्थी के दिन मनाया जाता है और इस करवाचौथ को कर्वचतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है, दोस्तो करवा चोथ का पर्व भारत के लगभग हर राज्य मे मनाया जाता है। परन्तु ज्यादातर इस पर्व को मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट, गुजरात आदि राज्यों में काफी श्रद्धा के साथ मानते है।

आपको बता दे की करवा चोथ के व्रत को केवल विवाहित महिलाएं ही रख सकती है जिसमे वे सभी सुहागन महिलाये अपने पति की दीर्घ आयु और जीवन में सुख संवृद्धि बनी रहे है इसलिए करवा चोथ उपवास रहकर भगवान की पूजा अर्चना करती हैं।

इस व्रत मे महिलाये सुबह उठने से लेकर रात को जब तक चन्द्रमा को नहीं देख लेती है तब तक वे बिना पानी और खाना के रहती है यानी की जब तक करवा चौथ व्रत की पूजा खत्म नहीं हो जाती है तब वे बिना कुछ खाये पिएं रहती है।

करवा चौथ को महिलाएं भगवान शिव और गणेश जी की भी पूजा अर्चना करती हैं जब रात को चन्द्रमा निकलता है तो सभी सुहागिन महिलाएं छल्ली मे दिए को रखकर चांद को देखती और फिर उसके बाद उसी छल्ली से अपने पति को देखती हैं और पत्नी अपने पति के हाथो से पानी पीकर के अपने इस करवाचौथ के व्रत को पूरा करती हैं।

साथियो हिन्दू मान्यताओं के अनुसार जो भी शादी सुधा औरत अपने पति के लिये करवाचोथ का व्रत उपवास पूरी विधि विधान के साथ अपने सच्चे मन से पूर्ण श्रद्धा के साथ रखती हैं तो उन स्त्रियों की हर मनोकामनाएं पूरी होती है।

अगर हम आपसे कहें की एक पति पत्नी के लिए करवाचोथ का पर्व साल का सबसे खूबसूरत पल होता है तो ये गलत नहीं है, Karva Chauth 2023 पति पत्नी के अटूट मजबूत रिश्ते और उनके बीच प्रेम विश्वास का एक बंधन होता है इसी वजह से हर वर्ष सभी सुहागन महिलाओ द्वारा करावा चौथ मनाया जाता है।

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करवाचौथ मनाने की विधि

अगर एक सुहागन महिला करवा चोथ का व्रत रखती है तो उसे सूर्योदय होने से पहले स्नान करके मन को शांत और सौभाग्य पुत्रपौत्रादि करवाचोथ व्रत उपवास रखने का संकल्प लेना होगा।

जब सूर्योदय हो जायेगा तो उस सुहागन नारी का उपवास शुरू हो जायेगा और उसे फिर जब तक करवा चौथ की पूजा अर्चना पूरी नही हो जाती है तब तक निरभोजन और निर्जला रहना होगा। यानि की पूरे दिन जब तक चांद नहीं निकल आता है और पूरी पूजा पाठ खत्म नही हो जाती है तब तक बिना कुछ खाये पिए रहना होता है।

मंदिर मे शाम को पूजा के टाइम भगवान शिव जी, माता पार्वती और गणेश जी की पूजा पाठ करे. और माँ पार्वती जी को अपनी सुहाग वस्तुएं अर्पित करे एवं कथा फोटो मे उनकी पूजा करे और उनका शृंगार भी करे।

सभी सुहागन स्त्रियाँ पूरे दिन करवाचौथ व्रत कथा को सुनते रहे और फिर रात को चन्द्रमा के दर्शन कर पूजा अर्चना समाप्त करके अपने पति के हाथ से पानी पिये और इसके बाद अपने बड़े बुजुर्गो सास ससुर का आर्शीवाद स्वीकार करके उपवास को समाप्त करे।

 करवा चौथ क्या है? (Karva Chauth 2023)

करवाचोथ एक व्रत होता है इस व्रत को भारत की लगभग हर शादी सुधा महिला रखती है करवा चौथ उपवास में एक विवाहित महिला अपने पति के जीवन में खुशियां और लम्बी उम्र एवं उन दोनों के बीच अटूट प्यार का रिश्ता हमेशा बना रहे इसलिए रखती हैं।

जैसा की ऊपर आपने जाना कि हिन्दू समुदाय के अनुसार हर सुहागिन औरत अपने सुहाग के लिए सच्चे मन से उनकी लम्बी आयु और सुखद जीवन के लिये एक दिन का अखंड उपवास रखती हैं जिससे यह सिद्ध होता है कि एक पत्नी पति के बीच कितना प्यार है।

दोस्तो करवा चौथ सिर्फ हिन्दू धर्म में ही नहीं मनाया जाता है बल्कि यह त्यौहार सिख्ख जैन मे भी काफी श्रद्धा के साथ मनाते हैं और एक पत्नी के द्वारा अपने पति के जीवन में सुख शांति रहे और उसकी दीर्घ आयु के लिए यह करवाचौथ का व्रत कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है।

इस करवाचोथ व्रत को रखने के लिए महिलाओ को बिना खाना और पानी के भूखे पेट यानी की निरभोजन और निर्जला रहकर रखना होता है, आप सभी को बताना चाहेंगे कि एक शादी के बंधन में बंधे एक प्रेम जोड़े के बीच करवाचौथ का दिन साल का सबसे खूबसूरत एवं विशेष दिन माना जाता है।

इस दिन को दोनों पति पत्नी काफी अच्छे से गुजारते है जिससे उनके बीच प्यार और भी ज्यादा बढ़ जाता है और वे एक दूसरे का जिंदगी भर साथ निभाते है।

2023 में करवाचौथ कब है?

दोस्तो 2023 में करवा चौथ 1 नवम्बर दिन बुधवार को है।

Conclusion

हमे आशा है कि इस लेख मे दी गयी जानकारी आप सभी पसंद आयी होगी और अभी तक आपको करवा चौथ के बारे में कोई जानकारी नहीं थी तो इस आर्टिकल को पड़ने के बाद आपको करवाचौथ के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी मिल गयी है।

करवाचौथ कब है और करवा चौथ क्या है, करवाचौथ क्यों मनाया जाता है एवं करवाचौथ मनाने की विधि हमने इस लेख में Karva Chauth 2023 से जुडी सम्पूर्ण जानकारी देने की पूरी कोशिस की है अगर आपका इस टॉपिक से जुड़ा कोई डाउट है तो उसे नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर लिखे।

हमारी हमेशा से यही कोशिश रही है कि जितने भी लोग इस ब्लॉग को पढ़ने के लिये आते हैं उनको करवाचौथ से जुडी पूरी जानकारी मिले जिसके आपके समय की बचत हो और आपको करवा चौथ के बारे में पूरी जानकारी मिल जाये।

आज के समय में ना केवल विवाहित महिलाएं करवा चौथ का व्रत रखती हैं बल्कि कुंवारी कन्याएं भी अपने लिए सही जीवन साथी मिलने के लिए इस व्रत को रखती हैं तो आप समझ सकते हैं कि करवाचोथ का व्रत महिलाओं के लिये कितना महत्वपूर्ण होता है।

अगर आप सभी को आज का यह पोस्ट करवाचौथ कब है और करवाचौथ क्यों मनाया जाता है पसंद आया हो और इसमें कुछ जरुरी जानकारी मिली हो तो इसको अपने उन सभी दोस्तों के साथ जरूर शेयर करिये जिनका इस वर्ष पहला करवाचौथ होने वाला है।

ताकि वे इस article को पढ़कर इस पावन पर्व के बारे में कुछ सीख सके और जान सके, शेयर करने के लिये आप सोशल मीडिया जैसे फेसबुक इस्टाग्राम व्हाट्सप्प ट्विटर आदि का इस्तमाल कर सक्ते है। धन्यवाद आप सभी को हमारी तरफ से एक बार फिर से करवाचौथ की हार्दिक शुभकामनाएं

Arvind Choudhary

नमस्कार दोस्तो, मैं Arvind Choudhary Hindilive.Net का Founder हूँ,अगर में अपनी पढाई की बात करू तो मैंने Graduate किया है। मुझे टेक्नोलॉजी से जुड़ा रहना बहुत पसंद है।

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